छोटे बच्चों के लिए नयी कहानियाँ
दोस्तों, आज हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं 6 छोटी-छोटी कहानियां जो बच्चों को बहुत पसंद आती हैं. आप इन कहानियों को अपने नन्हे-मुन्नों को सोते वक़्त सुना सकते हैं और इनसे मिलने वाली सीख के बारे में उनसे प्रश्न कर सकते हैं. तो आइये देखते हैं इन short kids stories in Hindi को.
Kids Stories in Hindi #1: साधू की झोपड़ी
एक गाँव के पास दो साधू अपनी अपनी झोपड़ियाँ बना कर रहते थे। दिन के वक्त वह दोनों गाँव जा कर भिक्षा मांगते और उसके बाद पूरा दिन पूजा-पाठ करते थे। एक दिन भारी तूफान और आँधी आने के कारण उनकी झोपड़ियाँ जगह-जगह से टूट-फूट गयीं और बहुत हद तक बर्बाद हो गयीं।
पहला साधू यह सब देख कर दुख के मारे विलाप करने लगा और बोला,
हे ईश्वर ! तूने मेरे साथ यह अनर्थ क्यों किया। क्या मेरी भक्ति, तप, जप और पूजा का यही पुरस्कार है ?
इस तरह वह पूरा दिन बड़बड़ाते हुए, अपना जी जलाते हुए वहीं एक पेड़ के नीचे बैठ गया।
तभी वहाँ दूसरा साधू आ पहुंचा। उसने अपनी बर्बाद जोपड़ी देखी तो वह मुस्कुराने लगा। और उसी वक्त ऊपरवाले का धन्यवाद करने लगा। उसने कहा कि-
ऐसे भीषण तूफान में तो पक्के मकान भी क्षतिग्रस्त हो जाते हैं पर तूने तो मेरी आधी झोपड़ी बचा ली। आज यह बात सिद्ध हो गयी की तू मेरी भक्ति से कितना प्रसन्न है। और तेरी मुझ पर कितनी बड़ी कृपा है।
सीख – हर अच्छी बुरी घटना के दो पहलू होते हैं। बुरा निष्कर्ष निकालना, या अच्छा अर्थ निकालना यह आप के हाथ में है।
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Kids Stories in Hindi #2: घास, बकरी और भेड़िया
एक बार की बात है एक मल्लाह के पास घास का ढेर, एक बकरी और एक भेड़िया होता है। उसे इन तीनो को नदी के उस पार लेकर जाना होता है। पर नाव छोटी होने के कारण वह एक बार में किसी एक चीज को ही अपने साथ ले जा सकता है।
अब अगर वह अपने साथ भेड़िया को ले जाता तो बकरी घास खा जाती।
अगर वह घास को ले जाता तो भेड़िया बकरी खा जाता।
इस तरह वह परेशान हो उठा कि करें तो क्या करें? उसने कुछ देर सोचा और फिर उसके दिमाग में एक योजना आई।
सबसे पहले वह बकरी को ले कर उस पार गया। और वहाँ बकरी को छोड़ कर, वापस इस पार अकेला लौट आया। उसके बाद वह दूसरे सफर में भेड़िया को उस पार ले गया। और वहाँ खड़ी बकरी को अपने साथ वापस इस पार ले आया।
इस बार उसने बकरी को वहीँ बाँध दिया और घास का ढेर लेकर उस पार चला गया। और भेड़िया के पास उस ढेर को छोड़ कर अकेला इस पार लौट आया। और फिर अंतिम सफर में बकरी को अपने साथ ले कर उस पार चला गया।
सीख – मुसीबत चाहे कितनी भी बड़ी हो, खोजने पर समाधान मिल ही जाता है।
- पढ़ें बेहद मजेदार कहानी: तीसरी बकरी
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Kids Stories in Hindi #3: राजकुमारी का चाँद
एक समय की बात है। एक राजा की नन्ही लाडली बेटी आसमान से चांद तोड़ लाने की ज़िद कर बैठी। पर ज़िद पूरी ना होने के कारण वह खूब रोई और बुरी तरह बीमार पड़ गयी। वैद्य, हकीम सब उसे ठीक करने में नाकाम रहे।
अंत में पुत्री प्रेम में भावुक बने राजा ने यह घोषणा करा दी कि –
जो व्यक्ति उसकी बेटी के लिए चांद तोड़ कर लाएगा। उसे वह धनवान बना देंगे।
राजा के इस पागलपन को सुन कर दरबारी और नगरवासी उस पर हंसने लगा। लेकिन राजा को बस अपनी लाडली बेटी के ठीक होने से मतलब था, और वह इसके लिए कुछ भी करने को तैयार था।
नगर में रहने वाले एक बुद्धिमान व्यापारी से राजा का दुख देखा नहीं गया। वह तुरंत उन से मिलने आया। और बोला कि मैं आपकी बेटी के लिए चांद तोड़ लाऊँगा।
इतना बोल कर वह राजकुमारी के पास गया। उसने नन्ही राजकुमारी से कहा, “चांद कितना बड़ा है?”
राज कुमारी ने जवाब दिया, “मेरी उंगली की मोटाई जितना।”
चूँकि जब मै अपनी उंगली उसके आगे रख देती हूँ तो वह दिखता नहीं है।
फिर व्यापारी बोला, “चांद कितना ऊंचा है?”
तब राजकुमारी ने कहा, “शायद पेड़ जितना ऊंचा है। चूँकि, महल के बाहर लगे पेड़ के ऊपर ही तो वह दिखता है।”
फिर उसने पूछा चांद कैसा दिखता है?
तब राजकुमारी बोली, “वह तो सफ़ेद चमकीला चाँदी जैसा दिखता है।”
व्यापारी हंस कर बोल उठा। ठीक है, मै कल ही चांद तोड़ कर आप के लिए ला दूंगा। उसके बाद वह राजा को मिल कर अपनी युक्ति बता कर वहाँ से चला जाता है।
दूसरे दिन व्यापारी एक चांदी का छोटा सा चांद ले कर महल में आता है। और राजकुमारी से कहता है की मै आकाश से चांद तोड़ लाया हूँ। राजकुमारी चांद देख ख़ुशी से उछलने लगती है। और दिन भर उसके साथ खेलती है। अपनी ज़िद पूरी होने से उसकी तबीयत भी ठीक हो जाती है।
पर बावजूद इसेक राजा को एक चिंता थी, उन्होंने कहा, “अगर राजकुमारी नें खिड़की के बाहर आसमान में चांद देख लिया तो वह फिर से उदास होगी।”
तब व्यापारी ने कहा कि उसके पास इसका भी समाधान है। वह राजकुमारी के पास गया और खेल-खले में पूछा, “आपको पता है जब किसी बच्चे का दांत टूट जाता है तो क्या होता है?”
“हाँ, दूसरा दांत निकल आता है।”, राजकुमारी बोली।
“बिलकुल सही!”, “अच्छा जब कोई चाँद तोड़ लेता है तो पता है क्या होता है?”, व्यापारी ने पुचकारते हुए पूछा।
तब राजकुमारी मुस्कुरा कर बोली, “हाँ, वहाँ दूसरा चांद उग आता है।”
“अरे वाह! आपको तो सब पता है! चलिए आज नए चाँद को देखें!”, और ऐसा कह कर व्यापारी ने खिड़कियाँ खोल दीं।
राजकुमारी ने नया चाँद देखा और कहा, “मेरा चाँद तो उससे भी अच्छा है, और खेलने में व्यस्त हो गयी।
यह सब देखकर राजा प्रसन्न हो गया और व्यापारी को ढेर सारा इनाम दिया।
सीख – कई बार बड़ी मुसीबतें भी छोटी सी युक्ति आज़मा कर टाली जा सकती हैं
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