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Tuesday 28 September 2021
World Rabies Day : जानिए कैसे फैलता है रेबीज वायरस? जानें इसके लक्षण और उपचार
विश्व रेबीज दिवस
विश्व रेबीज दिवस
- कुत्ते के काटने से बचने के लिए लोगों विशेषकर बच्चों को कुत्ते के व्यवहार और उसकी शारीरिक भाषा (जैसे कि क्रोध, संदिग्धता, मित्रता) के बारे में शिक्षित करें।
- रेबीज की रोकथाम के लिए कुत्ते के काटने पर पोस्ट एक्सपोजर टीकाकरण (काटने के बाद टीकाकरण) लें।
- कुत्तों के टीकाकरण से रेबीज रोकें।
- उच्च ज़ोखिम वाले समूहों जैसे कि वायरस और संक्रमित सामग्री संभालने वाले प्रयोगशाला कर्मचारियों, मनुष्यों में रेबीज के मामलों को संभालने वाले चिकित्सकों और व्यक्तियों, पशु चिकित्सकों, पशु संभालने और पकड़ने वाले व्यक्तियों, वन्यजीव वार्डन को प्री एक्सपोजर टीकाकरण (पूर्व-ज़ोखिम टीकाकरण) लेने की सलाह दी जाती है।
- हाथ से घाव छूना।
- कटे घाव पर मिट्टी, मिर्च, तेल, जड़ी-बूटियां, चाक, पान की पत्तियों जैसे उत्तेजक पदार्थ लगाना।
- अपने कुत्ते का टीकाकरण कराएं। रेबीज के खिलाफ़ कुत्तों के टीकाकरण से आप अपनी एवं अपने परिवार की सुरक्षा भी कर सकते हैं।
- कुत्ते के काटने से बचें: कुत्ते की शारीरिक भाषा को पढ़ना सीखें, उन्हें तंग न करें या उन पर हमला न करें।
- बच्चों को सिखाएं कि यदि कोई जानवर उन्हें कटता या खरोंच मारता है, तो वे ये बात उन्हें (अभिभावक/माता-पिता को) बताएं। ऐसा करने के लिए बच्चे को प्रोत्साहित करें।
- घाव को तुरंत दस मिनट तक धोएं और टीकाकरण के बारे में अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
- कुत्ते के कटाने से बचाव: रेबीज़ से सुरक्षा।
World Rabies Day: क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड रेबीज डे, क्या है इस बार की थीम
World rabies day: जानें वैश्विक संस्थाओं को क्यों जरूरत महसूस हुई विश्व रेबीज दिवस मनाने की और क्या है इसका इतिहास.
आपको बता दें कि रेबीज बीमारी लायसावायरस से संक्रमित जानवरों के काटने के कारण इंसानों में पहुंचती है. जिसका मतलब है कि यह एक जूनोटिक बीमारी है. कुत्ते, बंदर और बिल्ली जैसे जानवर इसके मुख्य वाहक हैं.
वर्ल्ड रेबीज डे के जरिए वैश्विक स्वास्थ्य संस्थाएं इस बीमारी का हमारी जिंदगी पर प्रभाव और बचाव के तरीकों के बारे में जागरुकता फैलाती हैं. पहली बार यह दिवस 28 सितंबर 2007 को मनाया गया था. जिसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन, सेंटर फोर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन व अमेरिका और एलायंस फोर रेबीज कंट्रोल ने एक साझा कार्यक्रम आयोजित किया था. अब इस दिवस का कॉर्डिनेशन ग्लोबल एलायंस फोर रेबीज कंट्रोल करता है.वर्ल्ड रेबीज डे 2021 की थीम (World Rabies Day 2021 Theme)
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, विश्व रेबीज दिवस 2021 की थीम 'रेबीज: तथ्य, डर नहीं' (Rabies: Facts, not fear) रखी गई है. जिसका मकसद दुनियाभर को यह संदेश पहुंचाना है कि रेबीज की बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है. बल्कि हमें तथ्यों के बारे में जागरुक होने की ज्यादा जरूरत है. सही कदम व बचाव के तरीके अपनाकर इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है.
Source:https://zeenews.india.com/hindi/health/history-and-significance-of-world-rabies-day-2021-know-here-samp/995707
World Rabies Day 2021: इस विशेष दिन की तिथि, महत्व, इतिहास और विषय के बारे में बहुत कुछ जानें
रेबीज की वजह से पूरी दुनिया में पिछले पांच साल में कोरोना से ज्यादा लोगों की जान गई है. इस संक्रामक बीमारी की जद में हर साल हजारों की संख्या में लोग आते हैं.
रेबीज और इसकी रोकथाम के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए ‘विश्व रेबीज दिवस’ मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य बीमारी के बारे में ज्ञान को बढ़ाना है और इसे कई देशों में मनाया जाता है. 28 सितंबर, प्रतिवर्ष ‘विश्व रेबीज दिवस’ के रूप में मनाया जाता है.
रेबीज एक जूनोटिक बीमारी है जो जानवरों से इंसानों में फैलती है. ये रेबीज वायरस की वजह से होता है जो रबडोविरिडे परिवार के लिसावायरस जींस से पैदा होता है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, भारत में हर साल तकरीबन 20,000 रेबीज से मौतें होती हैं. रेबीज ने पिछले पांच वर्षों में भारत में COVID-19 से ज्यादा लोगों की जान ली है. एक विशेष दिन पर, वैश्विक रेबीज समुदाय दूसरों के बीच इस संक्रामक बीमारी को सूचित करने और उससे निपटने में मदद करता है.
विश्व रेबीज दिवस 2021: इतिहास
पहली बार विश्व रेबीज दिवस 28 सितंबर 2007 को मनाया गया था. ये आयोजन एलायंस फॉर रेबीज कंट्रोल और सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन, यूएसए के बीच एक सहयोग था, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ मिलकर. दुनिया में रेबीज के प्रतिकूल प्रभाव से पीड़ित होने के बाद दोनों संगठनों ने इस दिन की शुरुआत की.
विश्व रेबीज दिवस 2021: महत्व
‘विश्व रेबीज दिवस’ दुनिया के लिए बीमारी के लोगों में आतंक को स्वीकार करने के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है. रेबीज सभी स्तनधारियों और विशेष रूप से जंगली जानवरों के जरिए कॉन्ट्रैक्ट होता है. लुई पाश्चर की पुण्यतिथि की वजह से 28 सितंबर मेडिकल इतिहास में एक महत्वपूर्ण तारीख है.
ये दिन रेबीज जैसी प्रतिकूल स्थिति से निपटने के लिए जानवरों की बेहतर देखभाल और कम ज्ञान फैलाने पर केंद्रित है. इसका उद्देश्य वर्ष 2030 तक इस बीमारी की घटना को खत्म करना है.
दुनिया भर के स्वास्थ्य संगठनों ने इस दिन को रेबीज के टीकाकरण शिविरों पर ध्यान केंद्रित करने और बीमारी को रोकने के लिए लोगों की सामूहिक भागीदारी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए चुना है. ये दिन हेल्थ फर्म्स और वेट्रीनरी ग्रुप्स, क्विज, निबंध प्रतियोगिताओं और दूसरे जागरूकता अभियानों के जरिए कैंपेन मैराथन रन के जरिए मनाया जाता है.
विश्व रेबीज दिवस 2021:थीम
‘विश्व रेबीज दिवस’ के लिए इस वर्ष का विषय है: “रेबीज: तथ्य, डर नहीं” लोगों से डर को खत्म करने और उन्हें तथ्यों के साथ सशक्त बनाने पर आधारित है. इस वर्ष की थीम रेबीज के बारे में तथ्यों को साझा करने पर केंद्रित है, न कि बीमारी के बारे में डर फैलाने पर. गलत सूचनाओं और मिथकों पर भरोसा करके. पिछले साल थीम “एंड रेबीज: कोलाबोरेट, वैक्सीनेट” थी और 2019 के लिए थीम “रेबीज: वैक्सीनेट टू एलिमिनेशन” थी, जिसके बाद 2018 की थीम थी “रेबीज: संदेश साझा करें, एक जीवन बचाएं”
Source:https://www.tv9hindi.com/health/world-rabies-day-2021-know-more-about-the-date-significance-history-and-theme-of-this-special-day-how-843142.html
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