Saturday, 31 July 2021

शिरिषा (सिरीशा) बांदला अंतरिक्ष यात्री का जीवन परिचय

 शिरिषा (सिरीशाबांदला अंतरिक्ष यात्री का जीवन परिचय, न्यूज़, पति, परिवार, सैलरी, नेटवर्थ  [Shirisha Bandla BiographyNews in Hindi] (FamilyHusbandSalaryNet Worth, Space Mission)

कहते हैं सपने देखने की शुरुआत बचपन से ही हो जाती है लेकिन बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो अपने सपनों को पूरा कर पाते हैं। जीवन में बहुत मुश्किलें आती हैं जो हमारे सपनों को तोड़ भी देती हैं लेकिन आगे वही बढ़ते हैं जो अपना हौसला कभी नहीं टूटने देते। अपने हौसले को बुलंद करके आगे बढ़ने वाली सिरीशा जिसने इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया और अंतरिक्ष में घूमने वाली दूसरी भारतीय महिला के रूप में आज पूरे विश्व में अलग पहचान बना चुकी है। सिरीशा के जीवन के कुछ महत्वपूर्ण और रोचक तथ्य को जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।

shirisha bandla biography in hindi

शिरिषा बांदला का जीवन परिचय (Shirisha Bandla Biography in Hindi)

शिरिषा बांदला का जन्म, उम्र, सैलरी, नेटवर्थ एवं परिचय (BirthAgeSalaryNet Worth and Introduction)

नामशिरिषा (सिरिशा) बांदला
निक नेमशिरिषा (सिरिशा)
जन्म दिवससन 1987
जन्म स्थानगुंटुर आंध्र प्रदेश, भारत
होमटाउनह्यूस्टन टेक्सास यूएसए
प्रोफेशनभारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट
उम्र34 साल
जातिबांदला
धर्महिंदू
राष्ट्रीयताभारतीय-अमेरिकी
सैलरीNA
नेटवर्थNA
शौकट्रैवलिंग और स्विमिंग
वैवाहिक जीवनअविवाहित

शिरिषा बांदला परिवार (Family)

माता का नामअनुराधा बांदला
पिता का नाममुरलीधर बांदला
भाई का नामगणेश बांदला

शिरिषा बांदला पारिवारिक जीवन

भारत देश का नाम अमेरिका तक में रोशन करने वाली सिरीशा के पिता का नाम डॉक्टर मुरलीधर बांदला है और माता जिनका नाम अनुराधा है। शिरिषा का एक भाई भी है जिनका नाम गणेश बांदला है।

शिरिषा बांदला प्रारंभिक जीवन

भारत के आंध्र प्रदेश के गुंटूर शहर में पैदा हुई एक आम लड़की जिसका नाम सिरीशा बंडला रखा गया। हालांकि वह इंडिया में ज्यादा दिन नहीं रही क्योंकि उसके माता-पिता अमेरिका में ही रहते थे। शिरिषा ने बचपन से ही आसमान में उड़ते रॉकेट और स्पेसक्राफ्ट को बहुत करीब से देखा है उन्होंने हमेशा से ही अंतरिक्ष में जाने की इच्छा जताई है. और धीरे-धीरे अंतरिक्ष के बारे में नई नई बातें जानने की जिज्ञासा उनके अंदर बढ़ती जा रही थी। अमेरिका के ह्यूस्टन टेक्सास नामक स्थान पर सिरिशा ने अपना बचपन गुजारा और वहीं पर अपनी पढ़ाई पूरी की। बचपन से ही आसमान की बुलंदियों को छूना उसका सपना था जो उसने एस्ट्रोनॉट बनकर पूरा कर लिया।

शिरिषा बांदला शिक्षा

एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन सिरीशा ने Purdue university से पूरा किया और मास्टर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई के लिए जार्जटाउन यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। हालांकि सिरीशा एयरफोर्स में भर्ती होकर एक पायलट के रूप में बनकर अपने सपनों को उड़ान देना चाहती थी, परंतु वह यह नहीं जानती थी कि एक दिन वह नीले आसमान को छोड़कर खुले अंतरिक्ष की सैर करके पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन करेगी।

शिरिषा बांदला करियर

पढ़ाई में हमेशा अच्छा प्रदर्शन दिखाने वाली सिरीशा साल 2015 में वर्जिन गैलेक्टिक कंपनी के साथ जुड़ गई। गैलेक्टिक कंपनी मैं वाइस प्रेसिडेंट के रूप में कार्यरत हुई जो सरकारी मामलों में कंपनी को सपोर्ट करती हैं। इससे पहले वह एयर स्पेस इंजीनियर के रूप में टेक्सास की एक कंपनी में भी काम कर चुकी हैं। उसके बाद उन्होंने कमर्शियल स्पेस फ्लाइट फेडरेशन में भी बतौर एसोसिएट डायरेक्टर काम कर चुकी हैं। गैलेक्टिक कंपनी में अब तक 747 विमानों का उपयोग और परीक्षण करके वे अंतरिक्ष में एक उपग्रह को भी पहुंचा चुकी हैं। गैलेक्टिक के साथ जुड़े उन्हें अब 6 साल हो चुके हैं जिसके बाद उन्होंने उस कंपनी में अपना एक ऐसा पद प्राप्त किया है की अंतरिक्ष यात्रा पर जाने वाले 5 लोगों में से एक नाम उनका भी है।

शिरिषा बांदला अंतरिक्ष यात्री  न्यूज़  (Shirisha Bandla Space Mission News)

11 जुलाई की सुबह वर्जिन गैलेक्टिक कंपनी की तरफ से एक अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष यात्रा पर गया, जो रिचर्ड ब्रेनसन की स्पेसक्राफ्ट कंपनी की तरफ से गया था। स्पेसक्राफ्ट में रिचर्ड ब्रेनसन के साथ चार लोग और इस यात्रा के सहभागी बने थे जिसमें से एक नाम सिरीशा का भी है। भारत देश को अंतरिक्ष में गौरवान्वित करने वाली सिरीशा टैक्सास अमेरिका की मूल निवासी है। हालांकि वह भारत में जन्मी परंतु अमेरिका मे अपनी पढ़ाई पूरी करके बड़ी हुई।

सुनीता विलियम्स और कल्पना चावला के बाद अंतरिक्ष यात्रा करने वाली तीसरी महिला के रूप में सिरीशा बांदला ने अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया है। हालांकि यह उनकी बचपन से लेकर अब तक का मेहनत का फल है जो उन्हें गैलेक्टिक कंपनी में 6 साल काम करने के बाद प्राप्त हुआ। सिरीशा की इस सफलता पर भारत के प्रत्येक नागरिक के साथ-साथ उनके परिवार को भी बहुत गर्व है।

शिरिषा बांदला अवार्ड्स एवं अचीवमेंट्स (Awards)

  • सिरीशा एक अच्छी एस्ट्रोनॉट होने के साथ-साथ अमेरिका में स्थित तेलुगू एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका से भी जुड़ी हुई है। कुछ साल पहले ही उन्हें तेलुगू एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका की तरफ से यूथ स्टार अवार्ड से नवाजा गया था।
  • अमेरिका एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी एंड फ्यूचर फेस लीडर्स फाउंडेशन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में भी सिरीशा का नाम शामिल है।
  • Purdue यूनिवर्सिटी के यंग प्रोफेशनल एडवाइजरी काउंसलिंग में भी वह अहम सदस्य के पद पर हैं।
  • फिलहाल वर्जिन ऑर्बिट के वाशिंगटन ऑपरेशंस के पद को नेतृत्व करने वाली सिरिशा बांदला ही है। आपको बता दें कि वर्जिन ऑर्बिट अंतरिक्ष यान को अंतरिक्ष में ले जाने के लिए कैरियर प्लेन कॉस्मिक गर्ल का सहारा लिया गया, जिसको नीचे लगाकर पृथ्वी से लगभग 35000 फीट की ऊंचाई तक ले जाया गया।

शिरिषा बांदला लुक (LookPhysical Status)

हाइटपता नहीं
वेटपता नहीं
आंखों का रंगकाला
बालों का रंगकाला
जूते का साइज़6

शिरिषा बांदला सैलरी एवं नेटवर्थ (Salary and Net Worth)

शिरिषा बांदला की सैलरी एवं नेटवर्थ की जानकारी कितनी है इसकी जानकारी अभी उनके द्वारा नहीं दी गई है. जैसे ही इसकी जानकारी मिलेगी, हम आपको अपडेट कर देंगे.

शिरिषा बांदला सोशल मीडिया

फेसबुक अकाउंट – Sirisha bandla

ट्विटर अकाउंट – Sirisha bandla

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LinkedIn – Sirisha bandla

शिरिषा बांदला रोचक जानकारी

  • सिरीशा अमेरिका के सबसे बड़े और पुराने indo-american संगठन जो तेलुगू एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका है उससे जुड़ी हुई है और वहां की यूथ स्टार अवार्ड से सम्मानित हो चुके हैं।
  • वर्तमान में वह अमेरिकन एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी और फ्यूचर फेस लीडर फाउंडेशन के निदेशक मंडल के रूप में कार्यरत है।
  • बचपन से ही अंतरिक्ष में जाने का सपना उन्होंने देखा था जिसे बड़े होकर पूरा कर लिया।
  • मात्र 6 वर्षों में उन्होंने पृथ्वी से अंतरिक्ष की यात्रा तय कर ली मतलब उन्होंने अपना सपना पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की और आखिरकार अंतरिक्ष की यात्रा कर दिखाई।
  • कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स के बाद तीसरी महिला के तौर पर उन्होंने अपना नाम कमाया जिसने अंतरिक्ष यात्रा की।

पहली भारतीय महिला कल्पना चावला ने अंतरिक्ष की यात्रा की थी, परंतु स्पेस शटल कोलंबिया की दुर्घटना की वजह से उन्हें अपनी जान गवानी पड़ी थी। कल्पना चावला के पास सिरीशा बांडला भारत की ऐसी दूसरी महिला बन गई हैं जो अंतरिक्ष की यात्रा कर चुकी हैं और वापस भी आ गई हैं। वापस आने के बाद उनके और उनके परिवार की खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं है। भारत की ऐसी बेटी पर भारत के हर व्यक्ति को नाज है और यही उम्मीद है कि सिरीशा से प्रेरित होकर भारत की हर बेटी अपने सपनों की उड़ान को लेकर आसमान की बुलंदियों को जरूर छुएगी।

FAQ

Q : शिरिषा बांदला कहां से बिलॉन्ग करती है ?

Ans : भारत के आंध्र प्रदेश के एक गांव से.

Q : शिरिषा बांदला की उम्र क्या है ?

Ans : 34 वर्ष

Q : वर्तमान में शिरिषा बांदला कहां पर रहती है ?

Ans : अमेरिका के टेक्सास में

Q : शिरिषा बांदला किस चीज के लिए मशहूर है ?

Ans : तेलुगू एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका में मिले अवार्ड के बाद अंतरिक्ष यात्रा करने के लिए

Q : शिरिषा बांदला ने अपनी पढ़ाई कहां से पूरे की ?

Ans : अमेरिका

Source:https://www.jivaniitihashindi.com/shirisha-bandla-biography-space-mission-news/

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