एजुकेशन मिरर के हिट्स एक लाख पार, पाठकों का शुक्रिया

आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया इस सफर में हमसफर बनने के लिए। एजुकेशन मिरर की शुरुआत शिक्षा और मीडिया के बीच एक पुल बनाने की कोशिशों के तहत हुई थी। ताकि शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर सहज भाषा में संवाद हो सके। जहाँ नए साथी अपने विचारों को लिख सकें और साझा कर सकें।
एजुकेशन मिरर पढ़ने वाले दोस्तों का शुक्रिया
इस दिशा में भी प्रगति हो रही है। यशस्वी द्विवेदी (लेख- मछलियां साथ क्यों रहती हैं?) नितेश वर्मा (आलेखः कैसा हो भविष्य का शिक्षा तंत्र?) और संदीप सैनी (रिपोर्टः सशक्त युवाओं से समक्ष बनेंगे राजस्थान के गाँव) के लेखों से आप परिचित ही है। आप सभी ने इनके लेखों को पढ़ा और सराहा है। भविष्य में इनके लेखों से आप रूबरू होते रहेंगे।

शिक्षक साथियों को इसी पोस्ट पसंद आ रही है। उनको लगता है कि कोई तो जगह है, जहाँ शिक्षकों के योगदान को ध्यान में रखते हुए लिखा जा रहा है। अंधी आलोचना वाले दौर में इस तरह के लेखन की जरूरत है, एजुकेशन मिरर की तरफ से इस तरह का प्रयास जारी रहेगा। आपके सतत प्रोत्साहन के कारण इस सफर को जारी रखने में काफी मदद मिली है।
इसी क्रम में नियमित पाठकों और दोस्तों का फिर से शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ जो इसकी पोस्ट को पसंद करते हैं, कमेंट करते हैं और दोस्तों के साथ शेयर करते हैं ताकि शिक्षा पर संवाद का सिलसिला सतत जारी रह सके।
No comments:
Post a Comment